एंडोमीट्रियोसिस क्या है

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एंडोमीट्रियोसिस क्या है?

एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसा विकार है जिसमें गर्भाशय की लाइनिंग बनाने वाले ऊतक से मिलता हुआ ऊतक गर्भाशय के बाहर विकसित होने लगता है। गर्भाशय की लाइनिंग को एंडोमिट्रियम कहते हैं। जब ओवरी, आंतें और पेल्विस की लाइनिंगके ऊतकों पर एंडोमेट्रियल टिश्‍यू विकसित होने लगते हैं, तब एंडोमेट्रियोसिस की समस्‍या उत्‍पन्‍न होती है।

लगभग 40 फीसदी महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस की वजह से गर्भधारण करने में दिक्‍कत आती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इस प्रकार की सूजन से स्‍पर्म या अंडे को नुकसान पहुंचता है या यह बीमारी फैलोपियन ट्यूब को ब्‍लॉक कर सकती है। सर्जरी से इस स्थिति में महिलाओं की प्रजनन क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।

एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण

एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण हर महिला में एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण अलग होते हैं। कुछ महिलाओं में हल्‍के तो कुछ में गंभीर लक्षण देखने को मिल सकते हैं। एंडोमेट्रियोसिस में पेल्विक हिस्‍से में दर्द होना सबसे सामान्‍य बात है। इसमें आपको निम्‍न लक्षण दिख सकते हैं :

  • 1. मासिक धर्म से पहले पेट के निचले हिस्‍से में दर्द होना।
  • 2. महीने के बीच में ब्‍लीडिंग होना पीरियड्स में ज्‍यादा ब्‍लीडिंग होना।
  • 3. इनफर्टिलिटी।
  • 4. सेक्‍स के दौरान दर्द होना ।
  • 5. मल त्‍याग करने में असहज महसूस होना ।

मां बनने से रोक सकता है एंडोमीट्रियोसिस

अगर आपकी गर्भ धारण (conceive) करने की कोशिश बार-बार नाकाम हो रही है तो इसकी वजह एंडोमेट्रियोसिस हो सकता है। इसमें महिलाओं की प्रजनन क्षमता बुरी तरह से प्रभावित होती है। प्रेग्‍नेंसी के लिए महिलाओं की ओवरी में एक अंडा रिलीज होता है जो कि फैलोपियन ट्यूब के जरिए स्‍पर्म की कोशिका से फर्टिलाइज होता है और विकसित होने के लिए अपने आप ही यूट्राइन दीवार से जुड़ जाता है।

एंडोमेट्रियोसिस ट्यूब में रुकावट पैदा कर सकती है और अंडे एवं स्‍पर्म को एकसाथ जोड़कर रख सकती है। हल्‍के से सामान्‍य एंडोमेट्रियोसिस के मामलों में महिलाएं फिर भी गर्भधारण कर सकती हैं लेकिन तकलीफ ज्यादा होने पर एंडोमेट्रियोसिस से ग्रस्‍त महिलाओं को डॉक्‍टर सलाह देते हैं कि इन्‍हें जल्‍द से जल्‍द गर्भधारण कर लेना चाहिए क्‍योंकि समय के साथ इसकी स्थिति और खराब होती चली जाती है।

एंडोमेट्रियोसिस का इलाज

इस बीमारी का इलाज सर्जरी (Laparoscopy )से संभव हो सकता है।

शोधकर्ताओं के अनुसार शरीर में इस बीमारी की अवस्था का पता डॉक्टर या प्रजनन विशेषज्ञ (Fertility Expert) एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) और बीमारी की गहराई का मूल्यांकन करके इसके आकार, स्थान और मात्रा मालूम करते हैं। जिससे बीमारी की अवस्था की गंभीरता का पता चल सकता है। डॉक्टर एंडोमेट्रियोसिस की स्टेजिंग के आधार पर ही ये मालूम कर सकेंगे कि आपके शरीर में मौजूद यह परेशानी आपकी गर्भावस्था को कैसे प्रभावित कर रही है।

ऐसे में ऐसी महिलाओं को प्रजनन विशेषज्ञों (Fertility Expert) से परामर्श लेने के साथ उन्हें एडवांस प्रजनन उपचार की आवश्यकता (Advanced Fertility Treatment) या IVF की आवश्यकता पड़ सकती है।

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